BMS भारतीय मजदूर संघ ने EPFO कर्मचारी भविष्यनिधि संघठन के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों के लिए वेतन सिमा को दोगुना करने और न्यूनतम पेंशन को 5000 तक करने की सिफारिश की है।
- बीएमएस का सरकार से ईपीएफओ के लिए वेतन सीमा दोगुना करने का अनुरोध
- महँगाई भते के साथ न्यूनतम पेंशन 1,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये मासिक करने की भी माँग
श्रमिक संगठन भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने बुधवार को सरकार से कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) और कर्मचारी राज्य बीमा निगम की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लिए कर्मचारियो की वेतन सीमा को वर्तमान से दोगुना करने का आग्रह किया।
श्रमिक संगठन ने कर्मचारी पेंशन योजना (ईपीएस-1995) के तहत महंगाई भते (वीडीए) के साथ न्यूनतम पेंशन 1,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये मासिक करने और इसे आयुष्मान भारत योजना से जोड़ने का भी अनुरोध किया।
आपको बता दे की फिलहाल ईपीएफओ की कर्मचारी पेंशन योजना-1995 के लिए मासिक वेतन सीमा 15,000 रुपये है, जबकि कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) के मामले में यह वेतन सिमा 21,000 रुपये है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध रखने वाली, भारतीय मजदूर संघ (BMS) ने कहा है कि सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लिए मौजूदा वेतन सीमा बहुत कम है। बीएमएस श्रमिक संगठन ने कहा कि वेतन सीमा बढ़ाए जाने से श्रमिकों के एक बड़े वर्ग के लिए योजनाओं का दायरा भी व्यापक हो जाएगा। क्योकि यह, कीमतों में वृद्धि के अनुरूप बिल्कुल नहीं है।
बयान के अनुसार, बीएमएस के अध्यक्ष हिरण्मय पांड्या और महासचिव रवींद्र हिमते के नेतृत्व में श्रमिक संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने श्रम और रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया से मुलाकात की और ईएसआइ तथा ईपीएफ की योजनाओं के लिए पात्रता की सीमा को दोगुना करने की मांग की।
बीएमएस (BMS) ने कहा, ‘मंत्री ने सकारात्मक जवाब दिया है, मंत्रालय मांगों पर काम करेगा।’ बीएमएस नेताओं ने वेतन संहिता-2019 और सामाजिक सुरक्षा संहिता 2020 को जल्दी लागू करने की भी माग की है।
यह भी पढ़े :