NPS vs OPS In Hindi पुरानी पेंशन योजना और नई पेंशन में अंतर

NPS vs OPS : इस समय पुरानी पेंशन योजना को लेकर काफी चर्चा है. लाखो कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना को पुनः बहाल करने की मांग कर रहे है. और सरकार से उम्मीद है की सरकार केंद्रीय कर्मचारियों को New Pension Scheme (NPS) से Old Pension Scheme (OPS) में ला सकती है.

इस आर्टिकल में समझेंगे की NPS vs OPS के बारे में और साथ ही जानेगे पुरानी पेंशन योजना और नई पेंशन में अंतर (difference between nps and ops) साथ ही पुरानी पेंशन को बंद करने के कारण और NPS पर सरकार की प्रतिक्रिया के बारे में।

NPS Kya Hai एनपीएस क्या है ?

NPS को National Pension System राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के नाम से जाना जाता है यह स्कीम पुराणी पेंशन योजना (OPS) को बंद कर उसकी जगह लाई गई है इसलिए कर्मचारी इसे न्यू पेंशन स्कीम के नाम से भी बुलाते है.

राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) को भारत सरकार द्वारा पेश किया गया है ताकि भारत के नागरिको को उनकी सेवानिवृत्ति की जरूरतों को पूरा करने के लिए पेंशन के रूप में आय प्राप्त करने में मदद मिल सके।

हालाँकि एनपीएस बाजार से जुड़ी परिभाषित अंशदान योजना है जो आपकी सेवानिवृत्ति के लिए बचत करने में आपकी मदद करती है। यह आपकी सेवानिवृत्ति आय को बढ़ाने और कर बचाने के सबसे कुशल तरीकों में से एक है। यह आपको योजनाबद्ध तरीके से व्यवस्थित बचत के साथ आर्थिक रूप से सुरक्षित सेवानिवृत्ति की योजना बनाने की अनुमति देता है। एनपीएस कर्मचारियों के साथ साथ भारत के सभी नागरिकों के लिए उपलब्ध है. तो आइये जानते है NPS vs OPS के बारे में और अधिक जानकारी।

OPS Kya Hai ओपीएस क्या है ?

OPS यानि की पुरानी पेंशन योजना स्कीम जिसे 1 अप्रैल 2004 में बंद करके राष्ट्रीय पेंशन योजना (National Pension Scheme) को लागु किया गया. ओपीएस (ओल्ड पेंशन स्कीम) के तहत सरकार साल 2004 से पहले सेवा में लगे कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित पेंशन देती थी. यह पेंशन कर्मचारी के रिटायरमेंट के समय उनके वेतन पर आधारित होती थी. इस स्कीम में रिटायर हुए कर्मचारी की मौत के बाद उनके परिजनों को भी पेंशन दी जाती थी.

लेकिन अब इस योजना को बंद कर दिया गया है हालंकि कुछ राज्यों में यह योजना शुरू भी है. पुरानी पेंशन की मांग कर रहे कर्मचारियों के यूनियन का मानना है कि उस वक्त कर्मचारी इस नई पेंशन योजना (NPS) को समझ नहीं पाए, उन्हें ऐसा लगा था, जैसे यह योजना सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें पुरानी पेंशन योजना से ज्यादा फायदा देगी. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. बाजार आधारित योजना होने की वजह से सेवानिवृति पर कितनी पेंशन मिलेंगी यह तय नहीं है इसलिए कर्मचारी पुनः पुरानी पेंशन स्कीम की मांग कर रहे है।

OPS vs NPS difference in hindi

आइये ओपीएस और एनपीएस के बिच कुछ ऐसे कारण जानते है जिनको लेकर कर्मचारियों को OPS पेंशन ज्यादा पसंद आती है ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) न्यू पेंशन स्कीम (NPS) में अंतर को समझते है।

s.no.न्यू पेंशन स्कीम (NPS)पुरानी पेंशन स्कीम (OPS)
1. वेतन से कटौती NPS में कर्मचारी के वेतन से 10% (बेसिक+DA) की कटौती होती है.ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) में पेंशन के लिए वेतन से कोई कटौती नहीं होती.
2. GPF की सुविधा NPS में जनरल प्रोविडेंट फंड (GPF) की सुविधा को नहीं जोड़ा गया है.पुरानी पेंशन योजना में GPF (General Provident Fund) की सुविधा है.
3. निश्चित पेंशन की ग्यारंटी NPS में रिटायरमेंट के समय निश्चित पेंशन की कोई गारंटी नहीं है.पुरानी पेंशन OPS में रिटायरमेंट के समय अंतिम बेसिक सैलरी के 50 फीसदी तक निश्चित पेंशन मिलती है.
4. सुरक्षा नई पेंशन योजना (NPS) शेयर बाजार आधारित है, बाजार की चाल के आधार पर ही भुगतान होता है.पुरानी पेंशन (OPS) एक सुरक्षित पेंशन योजना है. इसका भुगतान सरकार की ट्रेजरी के जरिए किया जाता है.
5. मंहगाई भत्ता NPS में 6 महीने के बाद मिलने वाला महंगाई भत्ता लागू नहीं होता है.पुरानी पेंशन योजना में 6 महीने के बाद मिलने वाला महंगाई भत्ता (DA) लागू होता है.
6. ग्रेज्युटी NPS में रिटायरमेंट के समय ग्रेच्युटी का अस्थाई प्रावधान है.OPS में रिटायरमेंट के बाद 20 लाख रुपए तक ग्रेच्युटी मिलती है.
7. पेंशन के लिए निवेश NPS में रिटायरमेंट पर पेंशन प्राप्ति के लिए NPS फंड से 40 फीसदी पैसा इन्वेस्ट करना होता है.OPS में रिटायरमेंट के समय पेंशन प्राप्ति के लिए GPF से कोई निवेश नहीं करना पड़ता है.
8. टैक्स NPS में रिटायरमेंट पर शेयर बाजार के आधार पर जो पैसा मिलेगा, उस पर टैक्स देना पड़ेगा.OPS में रिटायरमेंट पर GPF के ब्याज पर किसी प्रकार का इनकम टैक्स नहीं लगता है.
9. फैमिली पेंशन NPS में सर्विस के दौरान मौत होने पर फैमिली पेंशन मिलती है, लेकिन योजना में जमा पैसे सरकार जब्त कर लेती है.OPS में सर्विस के दौरान मौत होने पर फैमिली पेंशन का प्रावधान है.
10. पेंशन कम्यूटेशन मेडिकल फैसिलिटी (FMA) है, लेकिन NPS में स्पष्ट प्रावधान नहीं है.OPS में 40 फीसदी पेंशन कम्यूटेशन का प्रावधान है.
11 . वेतन आयोग का लाभ न्यू पेंशन स्कीम में हर 10 वर्ष में लागु होने वाले वेतन आयोग का लाभ नहीं मिलता। ओल्ड पेंशन स्कीम में हर 10 वर्ष में लागु होने वाले वेतन आयोग का लाभ मिलता है।

OPS कब बंद हुई ?

आइये जानते है पुरानी पेंशन स्कीम को कब और क्यों बंद किया गया दरसल अप्रैल 2005 के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बंद कर नई पेंशन योजना को लागु करने की बात कही, जिसके बाद राज्य सरकारों ने भी इसे राज्य के कर्मचारियों के लिए लागु कर दिया।

कर्मचारी संघठनो का मानना है कि उस वक्त कर्मचारी इस नई पेंशन योजना को समझ नहीं पाए, उन्हें ऐसा लगा था, की नई पेंशन योजना, पुरानी पेंशन योजना से अच्छी होंगी और सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें पुरानी पेंशन योजना से ज्यादा फायदा देगी, लेकिन जैसे जैसे कर्मचारी न्यू पेंशन स्कीम के फॉर्मूला के साथ रिटायरमेंट हो रहे है तो जानने को मिल रहा है की पेंशन बहुत कम बन रही है।

NPS कब लागू हुई ?

एनपीएस को साल 2004 में OPS को बंद करने से पहले ही अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने लागू किया था. 2004 से पहले नौकरी करने वालों को पुरानी स्कीम का फायदा अभी भी मिलता है. लेकिन आपको बता दे की पुरानी पेंशन योजना भले ही वाजपेयी सरकार में लागू की गई, लेकिन इसे जमीन पर उतारने का कार्य पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की कांग्रेस की सरकार में भी किया गया।

क्यों बंद की गई पुरानी पेंशन

प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य शमिका रवि समेत आरबीआई चीफ़ भी यह कह चुके है की पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने से गरीब आबादी पर बुरा असर पड़ेगा और उन राज्यो में निजी निवेश कम हो जाएगा, जो पुरानी पेंशन स्कीम की ओर लौट रहे हैं.

सरकार पहले से अर्थव्यवथा को मजबूत करने के लिए पैसे बचाना चाहती थी जिसकी गाज कर्चारियों पर ops की जगह nps के रूप में गिरी लेकिन आपको बता दे की अभी भी MP, MLA आदि को पुरानी पेंशन के तहत ही लाभ मिल रहा है।

OPS बहाल करने की मांग पर राजनीति

पुरानी पेंशन की मांग को लेकर राजनीती घमाशान है आम आदमी पार्टी AAP, कांग्रेस समेत सपा भी सत्ता में आने पर पुरानी पेंशन बहाली का वादा कर चुकी है राजिस्थान में कांग्रेस सरकार ने इसे लागु भी किया लेकिन फिर चुनाव में बीजेपी पार्टी आने कारण अभी वहाँ भी पुरानी पेंशन लागु नहीं है।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने राज्य में मुफ्त बिजली, महिलाओं के लिए भत्ता और एलपीजी सिलेंडर की कीमत 500 रुपये करने के वादे में पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का भी वादा किया चुनाव में किया था.

इसके आलावा लोकसभा और राज्यसभा में भी कई विपक्ष नेताओ जैसे अखिलेश यादव, संजय सिंह, राहुल गाँधी, चंद्रशेखर देशमुख समेत अन्य कई विपक्ष नेताओ ने पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग की है।

लगातार हो रहे धरना प्रदर्शन और आंदोलन

पुरानी पेंशन बहाली (OPS) के लिए कर्मचारी लगातार धरना प्रदर्शन और आंदोलन कर रहे है जिनमे NMOPS, ATEWA जैसे कई श्रमिक संघठन पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे है दिल्ली के रामलीला मैदान से लेकर, मुख्यमंत्री आवास घेराव जैसे कई कार्यक्रमो के तहत देश के लाखो कर्मचारी, शिक्षक यहाँ तक की सैनिक भी पुरानी पेंशन स्कीम की मांग कर रहे है।

दोस्तों उम्मीद करता हु आपको NPS vs OPS पर यह आर्टिकल पसंद आया होगा यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो तो इसे अपने कर्मचारी भाइयो के साथ साँझा करे।

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