लखनऊ ईपीएस -95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति द्वारा पेंशनरों की एक सभा का आयोजन कैंट बस स्टेशन वाराणसी में किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राऊत एवं मुख्य वक्ता राष्ट्रीय महासचिव श्री वीरेंद्र सिंह राजावत बुलढाणा महाराष्ट्र से पधारे। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा की समिति पिछले 7 वर्षो से पेंशनरो की न्यायोचित मांगे पूर्ण करने के लिए हर किसी से अनुनय – विनय और हर प्रकार के आंदोलन कर चुकी है पर सरकार की उदासीनता और ईपीएफओ के मनगढ़त आकड़ो के कारण अभी तक न्यूनतम पेंशन नहीं बढ़ाई गई है। जबकि दो बार उनकी प्रधानमंत्री जी से मुलाकात में इसे बढ़ाने का वादा किया गया था। इस पर तत्काल करवाई होनी चाहिए वरना पेंशनर अब सरकार को जवाब देने को तैयार है। राष्ट्रीय महसचिव ने कहा की पेंशनर आर्थिक बदहाली से गुजर रहे है और उनमे रोष बढ़ता जा रहा है। आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती है जिनके अंत्योदय के सिद्धांत पर सरकार चल रही है,जिसमे समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति के उत्थान का संकल्प है। वर्तमान में देश में ईपीएस -95 पेंशनर सबसे अंत में खड़े है इसलिए सबसे पहले उनका अंत्योदय होना चाहिए तभी पक्ष दीनदयाल जी के सपने सही मायने में साकार होंगे। सभा में प्रदेश के विभिन्न भागों से बड़ी संख्या में पेंशनर उपस्थित हुए। सभा को राष्ट्रीय सचिव सर्वश्री ओम शंकर तिवारी, छत्तीसगढ़ के समन्वयक एजाजूर रहमान, उत्तर प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रभान सिंह, समन्वयक जयरूप सिंह परिहार,उपाध्यक्ष विवेकानंद त्रिपाठी, रामसेवक गुप्ता, संगठन मंत्री गुरु प्रसाद पांडेय पश्चिम क्षेत्र के अध्यक्ष पुराण सिंह वाराणसी के अध्यक्ष, पूर्वी जॉन के अध्यक्ष शिव कुमार सिंह, कमलाकर त्रिपाठी, आनंद प्रकाश त्रिपाठी, टी आर सिंह, रघुनन्दन सिंह, विजय बाबू , आदि वरिष्ठ नेताओं ने सम्बोधित कर पेंशनरों की व्यथा को बताया। सभा की अध्यक्षता अवधेश प्रसाद पांडे, मंडल अध्यक्ष व संचालन एस के श्रीवास्तव कार्यकारी मंडल अध्यक्ष ने किया। सभा के पश्चात राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय महासचिव के नेतृत्व में वरिष्ठ नेताओं का का प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री एवं सांसद वाराणसी श्री नरेंद्र मोदी जी के कार्यालय में गया और सांसद प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपा। प्रधानमंत्री जी के सांसद प्रतिनिधि ने ज्ञापन लेकर आश्वास्त किया की वह पेंशनरो की परेशानियों को समझ रहे है और आज ही उनके ज्ञापन को दिल्ली स्थित प्रधानमत्री कार्यालय तक पहुचायेंगे।