श्रम मंत्री ने मांगे नहीं मानी, तो ईपीएस 95 पेंशन धारक आंदोलन के लिए तैयार

If Labor Minister does not accept the demands, then EPS 95 pension holders are ready for agitation. ईपीएस 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति द्वारा न्यूनतम पेंशन बढ़ाये जाने को लेकर 7 दिसंबर 2023 को दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन और जंतर मंतर पर 7 दिनों तक अनसन किया गया था।

वही पर 14 दिसंबर को श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव द्वारा एनएसी समिति के राष्ट्रिय नेतृत्व से वार्ता की गई थी और श्रम मंत्री के आश्वासन के बाद जंतर-मंतर के आंदोलन को बंद कर दिया गया था। लेकिन अभी तक श्रम मंत्री या श्रम मंत्रालय की ओर से पेंशन वृद्धि के सम्बन्ध को कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जिससे पेंशन धारको में रोष व्याप्त है।

कल दिनांक 20 दिसंबर को एनएसी की दिल्ली कार्यकारणी की एक सभा का आयोजन इण्डिया गेट पर किया गया था। जिसमे राष्ट्रिय अध्यक्ष कमांडर अशोक राउत और NAC के राष्ट्रीय महासचिव वीरेंद्र सिंह राजावत जी भी शामिल हुए थे।

इस बैठक में बताया गया की ईपीएस 95 पेंशनधारको की मांगो के पक्ष में, पक्ष तथा विपक्ष के कई सांसदों और विधायकों ने अपना समर्थन जताया है। और श्रम मंत्री ने भी आश्वासन दिया है।

इसके बावजूद यदि सरकार इस माह के अंत तक, ईपीएस 95 पेंशन धारको की मांगे मंजूर नहीं करती है तो पेंशनधारक देशव्यापी आंदोलन के लिए तैयार है। और अबकी बार मांगे पूरी होने तक आंदोलन करेंगे। इसलिए मानवता के आधार पर सरकार को तत्काल वृद्ध पेंशन धारको की मांगे पूरी कर उन्हे सम्मान पूर्वक जीवन जीने का मौका देना चाहिए।

Demands of EPS 95 pension holders

आपको बता दे की ईपीएस 95 पेंशन धारक अपनी न्यूनतम पेंशन को 1000 रुपये से बढ़ाकर 7500 रुपये प्रति महीने करने, उसे महंगाई भत्ते से जोड़ने और सभी पेंशन धारको के लिए परिवार सहित मुफ्त मेडिकल सुविधा की मांग कर रहे है। पेंशन धारको का मानना है की उनकी यह मांगे कोश्यारी कमिटी की सिफारिस के आधार पर है जो वर्ष 2013 में की गई थी।

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